Posts

Showing posts from 2018
पिता वह छाया है जो सुरक्षा देता है। वह एक आश्वाशन है। 
मनोबल ऊंचा रखें। उम्मीद बनाए रखें। यही जीवन में आगे बढ़ने का तरीका है। 
जो करना चाहते हैं उसके होने पर यकीन रखें। 
चमत्कार का बीज आपकी इच्छा शक्ति से अंकुरित होता है। 
आप अपने कर्मों से लोगों को आकर्षित कर सकते हैं। 
संतुलन ही जीवन में स्थाईत्व लाता है। 
यदि विश्वास के साथ सही दिशा में बढ़ें तो मंज़िल अवश्य मिलेगी। 
कुछ नया करने में पहले कठिनाईयां आती हैं। अगर इनसे घबराए बिना जारी रखें तो काम पूरा होता है।  
बिना कर्म के सफलता नहीं मिलती है। 
प्रकृति शांति से समय पर अपाना काम करती है। उससे समय की पाबंदी सीखें। 
सादगी में भी आकर्षण होता है। 
सपने  वही पूरे होते हैं जो वास्तविकता की पथरीली ज़मीन पर दम ना तोड़ें।  
अच्छा श्रोता ही अच्छा वक्ता होता है। 
मष्तिष्क में जैसे विचार होंगे आचरण भी वैसा ही होगा। 
'फिर भोर होगी' यह जीवन का प्रेरणा स्रोत है। 
कठिन परिस्तिथि से निपटने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण चाहिए। 
हर आरम्भ का एक अंत होता है। हर अंत नए आरम्भ को जन्म देता है। 
जीवन में आगे बढ़ने की इच्छा ही हमें अपने लक्ष्य तक ले जाती है। 
मन और मष्तिष्क का सामंजस्य ज़रूरी है। मन जो कहे मष्तिष्क ग्रहण कर ले। 
परम्पराएं जो समयानुकूल ना हों उन्हें बदल देना चाहिए। 
छोटे छोटे प्रयास सफलता लाते हैं। छोटी छोटी चीज़ें खुशियां लाती हैं। छोटे को नज़रअंदाज़ ना करें। 
स्वयं को स्वीकार किए बिना जीवन यात्रा कठिन हो जाती है। 
हर चीज़ में संतुलन होना ज़रूरी है। अति किसी भी चीज़ की बुरी है।  
सहनशक्ति शारीरिक बल से नहीं मानसिक बल से संबंधित है। 
समस्या को सही तरह से जाने बिना सही हल संभव नहीं। 
सपनों के पूरा होने के लिए सपने का होना ज़रूरी है। 
सुख और दुःख, उतार चढ़ाव, आशा और निराशा के बीच जीवन की धारा बहती है। 
हमारी तलाश पूरी नहीं होती क्योंकि अक्सर हम मंज़िल को लेकर भ्रमित रहते हैं। 
आगे बढ़ना जीवन का उद्देश्य है।  
जब चारों तरफ निराशा का माहौल हो तब भी उम्मीद ना छोड़ना साहस है। 
हमारा मष्तिष्क बहुत चमत्कारी है। यह बना भी सकता है और बिगाड़ भी। 
आप राह में आने वाली हर समस्या का पूर्वानुमान नहीं कर सकते हैं। चलना शुरू करें और परिस्तिथि के अनुसार काम करें। 
कठिन समय आपके धैर्य और आतंरिक बल को जाँचता है। 
लंबी  यात्रा में छोटी छोटी मंज़िलों को लक्ष्य बनाऐं। आगे बढ़ते रहें। 
जो घटित होता है उस पर आपका नियंत्रण नहीं किंतु स्वयं को नियंत्रण में रखना संभव है। 
समय मूलयवान है। इसका सदुपयोग कर जीवन संवारें। 
यदि हम सच्चाई को स्वीकार कर आगे बढ़ेंगे तो जीवन आसान हो जाएगा। 
प्रोत्साहन व्यक्ति में स्फूर्ति भरता है। लोगों को प्रोत्साहित करिए। 
नई चीज़ों को स्वीकार कर ही आगे बढ़ सकते हैं। 
मज़बूत नीव पर ही विशाल इमारत बन सकती है। मज़बूत बनें। 
यदि आप पीड़ा में आनंद खोज सकते हैं तो आप सदा सुखी रहेंगे। 
इंद्रधनुष के सारे रंग आपके भीतर हैं। उन्हें खोज कर अपने जीवन को सजाएं। 
बिना आत्म विश्वास के कुछ भी संभव नहीं। 
मुस्कराहट आपको सुंदर बनाती है व दूसरों को खुश। 
अपनी सोंच को सही रखें तभी सही दिशा मिलेगी। 
किसी को समझने के लिए यह आवश्यक है कि उसके बारे में पूर्व निर्धारित राय से ऊपर उठें। 
दो लोगों का एक ही समस्या को देखने का नजरिया भिन्न हो सकता है। जो सकारात्मक है वह उससे उबरने का प्रयास करता है। 
ज्ञान सिर्फ सूचनाएं एकत्रित करना ही नहीं बल्कि सत्य को जानना है। 
छोटा कदम जो सही दिशा में उठाया जाए मंज़िल तक ले जाता है। 
जो संघर्ष से नहीं घबराता है वही आगे बढ़ता है। 
आपके भीतर एक योद्धा है। उसे पहचानिऐ। 
चुप्पी सदैव इस कारण नहीं होती है कि बोलने को कुछ नहीं बल्कि इस कारण भी होती है कि यह बोलने का सही समय ना हो।  
इंसान में कमियां होना स्वाभाविक है। किंतु जो उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं वह भीड़ से अलग होते हैं। 
सदैव नई चीज़ों को सीखने के लिए तैयार रहें। 
आपके भीतर की चिंगारी को सपनों से हवा देकर आग बनाएं। 
स्वयं पर यकीन सबसे बड़ी पूँजी है। 
सपने ही सफलता की ओर ले जाते हैं। 
सोंच कल्पना को जन्म देती है। कल्पना मष्तिष्क में पलती है। हमारी इच्छाशक्ति उसे सच बनाती है। 
चुनौती का सामना करके ही उस पर विजय पाई जा सकती है। 
आपकी सोंच और कर्म आपके व्यक्तित्व का आधार हैं। 
आशावादी व्यक्ति जीवन के उज्जवल पक्ष को देखता है। 
अपने विचारों को कसौटी पर कसें फिर निर्णय लें। 
दो लोगों का एक ही परिस्तिथि को देखने का दृष्टिकोण अलग अलग हो सकता है। विभिन्नता को स्वीकार करें। 
कोशिश यदि असफल हो तो हारें नहीं। पुनः प्रयास करें। 
नाम, शोहरत और शरीर के पार आपका वास्तविक रूप है। 
सुख और दुःख जीवन के सिक्के के दो पक्ष हैं। 
आशावान व्यक्ति ही कठिनाईओं को हरा सकता है। 
अन्धकार एक आवरण है। इसके पीछे प्रकाश है। आवरण हटाएं। 
मष्तिष्क एक करामाती यंत्र है। इसका अपने विकास में प्रयोग करें। 
सत्य शाश्वत है। उसे कोई नष्ट नहीं कर सकता है। 
समय अविरल है। इस बहती धार के साथ आप भी आगे बढ़ें। 
सकारात्मकता का स्वागत करें। नकारात्मक विचारों को त्यागें। 
आने वाले पल में क्या होगा पता नहीं। यही अनिश्चितता आकर्षित कराती है। 
अतीत चाहें कितना सुखद हो किंतु उसे छोड़ कर आगे बढ़ना ही अच्छा है। 
यदि आप सकारात्मक दृष्टिकोण रखें तो हर हाल में मुस्कुराने की वजह ढूंढ लेंगे। 
प्रेम सार्वभौम,अनंत और जीवनदाई है। 
सच्चे दिल से प्रयास करना ही सपने पूरे करने का सही रास्ता है। 
जीवन सिर्फ फूलों का बागीचा ही नहीं बल्कि तपता मरुस्थल भी है। दोनों को स्वीकार करें। 
जीवन में फूल और काँटे दोनों मिलते हैं। काँटों से फूल चुनना हमारे विवेक पर निर्भर है। 
छोटी छोटी खुशियां आगे बढ़ने में मदद करती हैं। 
समय निरपेक्ष है। हमारे कर्म ही परिणाम लाते हैं। 
फूल की सुगंध लेने के लिए काँटों की चुभन सहनी पड़ती है। 
आपके भीतर सृजन की शक्ति है। उसका सही प्रकार प्रयोग करें। 
जो जीवन को अपनाता है ज़िंदगी उसे गले लगाती है। 
कभी कभी शांत बैठ कर आस पास के वातावरण को महसूस करना अच्छा होता है। 
जीवन अनुभव करने तथा सीखने की यात्रा है। 
केवल वही सपना सच होता है जिसे दृढ़निश्चय से पोषित किया जाए। 
जो ज्ञान उपयोग में ना लाया जा सके वह बेकार है। 
बेहतर कल की उम्मीद ना छोड़ें। उम्मीद ही सब कुछ है। 
ज्ञान का प्रकाश कई बुराइयों का अंत कर देता है। 
जीवन में कई चीज़ें बदली नहीं जा सकती हैं किंतु उन्हें देखने का नज़रिया बदला जा सकता है। 
सोंच आपके व्यक्तित्व को बनाती है। अपनी सोंच पर ध्यान दें। 
धैर्य की नाव से कठिनाई की नदी पार की जा सकती है। 
दृढ़ निश्चय ही आगे ले जाता है। 
सही बोलने के लिए सुनना और विचारना सीखें। 
उम्मीद का सूरज जीवन में छाए अंधकार को दूर कर  देता है। 
संदेह बिगाड़ता है जबकी विश्वास बनाता है। 
जीवन के सफर में साहस बनाए रखें। जब आप मुड़ कर देखेंगे तो पाएंगे कि कितना लंबा सफर तय कर चुके हैं। 
बहुत सी बातें आपको भटका सकती हैं। लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखें। 
परिस्तिथि को स्वीकार कर आगे बढ़ना ही समझदारी है। 
अच्छी सोंच आपको खुश रखती है।