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Showing posts from October 5, 2014
जिस प्रकार सूर्य अपने प्रकाश से चमकता है वैसे ही मनुष्य अपने सामर्थ्य  से ही आगे बढ़ता है। 
यदि आप विश्वास के साथ आगे बढ़ते हैं तो सफल होते हैं। 
विचारों की असहमति सोंच की धारा को बनाये रखती है। 
धैर्य से आगे बढ़ने वाले मंज़िल अवश्य पाते हैं।
जीवन हमारी क्षमता की कसौटी है। 
प्रेरणा सबसे अच्छा काम करने को प्रोत्साहित करती है। 
अपने लक्ष्य के प्रति सजग रहने वाला ही विजई होता है।