Posts

Showing posts from January 4, 2015
अच्छा श्रोता होना हमें दूसरों को समझने में मदद करता है। 
दिग्भ्रमित व्यक्ति के लिए ईश्वर की शरण लेना सर्वोत्तम उपाय है। 
अनुभव अच्छे हों या बुरे जीवन को एक दिशा देते हैं। उनका आपके जीवन में विशेष स्थान है। 
'ईश्वर' से ही आरम्भ है और उसी में अंत। 
गहनतम अंधकार भी भोर को नहीं रोक सकता है। 
' ईश्वर ' विस्तार में ब्रह्माण्ड संकुचन में एक कण। 
ईश्वर को अपने भीतर खोजो।