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Showing posts from May 4, 2014
'माँ' निस्वार्थ प्रेम की प्रतीक है। 
किसी भी परिस्तिथि में उम्मीद न छोड़ें।
यदि आप में कुछ करने का उत्साह है तो कोई आपको नहीं रोक सकता है। 
साधारण वस्तुएं असाधारण ख़ुशी देती हैं। 
स्वयं की शक्ति को पहचान कर आगे बढ़ना ही जीवन का लक्ष्य है। 
हर वस्तु की अपनी उपयोगिता है अतः किसी भी वस्तु बेकार न समझें।
विपरीत परिस्तिथियों में हार न मानने वाला हि विजई होता है।