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Showing posts from October 27, 2013
वस्तुओं का संग्रह ही उनके सदुपयोग का आश्वाशन नहीं होता है। 
अँधेरा घना हो तो दीप जलाएं, घबराएं नहीं।
जो दूसरों को जनता है वह समझदार है किन्तु स्वयं को जानने वाला ज्ञानी है। 
स्वयं को परिस्तिथि के अनुसार ढाल कर उसके अनुसार कार्य करना ही समझदारी है। 
शांति कि खोज में ना भटकें। उसे अपने भीतर खोजें।
दृढनिश्चय से पहाड़ भी हिल जाते हैं। 
बिना कठिनाइयां सहे सफलता नहीं मिलती है।