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Showing posts from December 11, 2011
आत्म बल शारीरिक बल से अधिक श्रेष्ठ है क्योंकि यह आपको आगे बढाता है चाहें आप शारीरिक तौर पर कमज़ोर हों.
कभी कभी सत्य की खोज के लिए पूरा जीवन भी कम पड़ता है परन्तु कभी सत्य बिजली की भांति कौंध कर स्वयं ही  प्रकट हो जाता  है.
जीवन सीखने और उपलब्धियां हासिल करने की सतत प्रक्रिया है.हमें कुछ न कुछ नया खोजना चाहिए.
कोई भी व्यक्ति क्रोध ,लालच ,वासना,अभिमान और इर्ष्या से परे नहीं है किन्तु बुद्धिमान व्यक्ति यह जनता है की इन पर कब और कैसे विजय पाई जाये.
आपकी कमजोरियां आपकी प्रगति में बाधक नहीं हो सकती यदि आप अपनी  क्षमताओं को पहचान सकें.
ईश्वर एक है क्योंकि परम सत्य के कोई विकल्प नहीं होते.