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Showing posts from December 25, 2011
नया साल नए कैनवास की तरह है जिस पर समय नए रंग भरकर नया चित्र बनाएगा.
टिक-टिक-टिक घड़ी चलती रहती है और इस तरह समय अपनी यात्रा करता है.समय की इस यात्रा में एक पड़ाव आया है जब २०११ समाप्ति पर है और २०१२ कुछ ही समय में आनेवाला है.समय की धारा निरंतर चलती रहती है अतः अब समय है की कुछ अनुभवों और स्मृतियों को लेकर हम आगे बढ़ें.
जीवन के प्रति हमारे दृष्टिकोण में परिवर्तन ही सबसे बड़ा परिवर्तन है.
आस्था पर्वत के समान अचल होनी चाहिए ताकि हालात की आंधियां इसे हिला न सकें.
ध्वंस के लिए क्रोध का एक क्षण ही पर्याप्त है किन्तु सर्जन के लिए बहुत धैर्य और समय  की जरूरत होती है .
खुशियों को बांधने का प्रयास करने पर यह हाथ से फिसल जाएँगी परन्तु दूसरों के साथ बांधने पर बढ़ेंगी.
अन्धकार से मत डरो यह स्वयं प्रकाश से डरता है. अपने जीवन में आस्था की मशाल जलाकर उम्मीद का उजाला करो.