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Showing posts from October 28, 2012
दूसरे आपके बारे में क्या सोंचते हैं इससे आधिक महत्वपूर्ण आपकी अपने बारे में राय है।
जब तक हम हारते नहीं उम्मीद है।
आप जिस दृष्टि से दुनिया को देखते हैं वह वैसी ही आपके सामने आती है।
प्रेम, शांति, आनंद, संतुष्टि, पवित्रता सभी कुछ हमारे भीतर है। वहीँ इन्हें प्राप्त करें।
रचनात्मकता हमें अपने हृदय के भाव व्यक्त करने में मदद  करती है। यह हमें सृजन का सुख देती है। अतः स्वयं को रचनात्मक कार्यों में लगायें।
जो आप हैं वही सबसे अच्छे हैं। दूसरों की नक़ल न करें।
हर व्यक्ति की अपनी पीड़ा होती है किन्तु जो दूसरों की पीड़ा अनुभव करता  है वह सुख से रह सकता है।