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Showing posts from August 4, 2013
जीवन की सार्थकता क्या होना चाहिए से अधिक क्या करना चाहिए में है। 
जो समय हम दूसरों की आलोचना में लगाते हैं उसे आत्म निरिक्षण में लगाना अधिक लाभदायक होगा।
अपने भीतर आगे बढ़ने की आग पैदा करें। यह ही सफलता का मार्ग खोलेगी।
अच्छाई, सच्चाई, ईमानदारी, पवित्रता आदि गुणों पर यकीन रखें। यह आपके विकास में सहायक हैं। 
दृष्टि, उद्देश्य, दृढ़ता, क्षमता, दक्षता ये पाँच किसी योजना की सफलता के लिए आवश्यक हैं. 
मुक्ति का मार्ग पूर्ण समर्पण है. इस अवस्था में आप मन, बुद्धि और शरीर से परे हो जाते हैं. 
ज्ञान के द्वारा ही चित्त की शांति प्राप्त होती है.