जीवन में हम कई तरह की भावनाओं से जुड़े रहते हैं .ये हमारे रिश्तों का आधार हैं.अच्छी भावनाएं हमें सुख देती हैं जबकि बुरी भावनाएं दुःख का कारण होती हैं .अतः हमें इन्हें नियंत्रित करना चहिये.
हमें दो बातें याद रखनी चाहिए :- इस दुनिया में जो भी होता है वह ईश्वर द्वारा नियंत्रित है . अतः जो भी होता है वह ईश्वर की इच्छा है . इश्वर हमारा परम हितैषी है.