एक छोटा सा बीज धरती को फोड़कर अंकुरित होता है और धीरे धीरे एक विशाल वृक्ष बन जाता है यह उसकी दृढ शक्ति है. मनुष्य भी यदि दृढ संकल्प हो तो अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकता है.
जो व्यक्ति विषम परिस्तिथियों में भी जब उसका सब कुछ ख़त्म हो जाता है उम्मीद नहीं छोड़ता एक योद्धा होता है.
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