जीवन के संघर्षों से परेशान न हों। संघर्ष हमें आगे बढ़ने में सहायता करते हैं। आवश्यकता धैर्य बनाये रखने की है। जब हमारा विश्वास दृढ होता है तब ही हम धैर्य रख सकते हैं। अतः विश्वास को दृढ करें। अपनी सारी चिंताओं को को छोड़ कर प्रभु के चरणों में स्वयं को समर्पित कर दें।
जो व्यक्ति विषम परिस्तिथियों में भी जब उसका सब कुछ ख़त्म हो जाता है उम्मीद नहीं छोड़ता एक योद्धा होता है.
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