जैसा हम भीतर से महसूस करते हैं वैसी ही हमें दुनिया दिखाई देती है। जो आत्मविश्वास से भरा हो उसे यह अवसरों से भरी मालूम पड़ती है किन्तु नकारात्मक सोंच रखने वाले को यह दुःख से भरी लगती है।
जो व्यक्ति विषम परिस्तिथियों में भी जब उसका सब कुछ ख़त्म हो जाता है उम्मीद नहीं छोड़ता एक योद्धा होता है.
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