जीवन में हम बहुत सी यादों से घिरे रहते हैं.कुछ यादें सुखद होती हैं तो कुछ दुखदाई.बुद्धिमानी इसी में है की दुखद यादों को भुला दिया जाये और अच्छी यादों को संजोया जाये.
जो व्यक्ति विषम परिस्तिथियों में भी जब उसका सब कुछ ख़त्म हो जाता है उम्मीद नहीं छोड़ता एक योद्धा होता है.
Comments