सूरज के डूब जाने पर जब सर्वत्र अँधेरा हो जाता है तब एक बात निश्चित होती है की अगले दिन फिर सवेरा होगा.उसी प्रकार जब सब तरफ दुःख व्याप्त हो तो समझना चहिये की सुख आने ही वाला है.
जो व्यक्ति विषम परिस्तिथियों में भी जब उसका सब कुछ ख़त्म हो जाता है उम्मीद नहीं छोड़ता एक योद्धा होता है.
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