एक शिक्षक का कार्य केवल पढ़ाना ही नहीं होता बल्कि अपने शिष्य में सीखने की लालसा जगाना भी होता है। वह अपने शिष्य को जीवन के मूल्य सिखा कर उनका चरित्र निर्माण करता है ताकि वे जिम्मेदार व्यक्ति बन सकें।
जो व्यक्ति विषम परिस्तिथियों में भी जब उसका सब कुछ ख़त्म हो जाता है उम्मीद नहीं छोड़ता एक योद्धा होता है.
Comments