ईश्वर हमारे जीवन का केंद्र बिंदु है.यदि हम इस केंद्र से दूर जाते हैं तो हमें कष्ट और पीड़ा मिलती है परन्तु यदि हम केंद्र की तरफ बढ़ते हैं तो हमें सुख और शांति मिलती है .
जो व्यक्ति विषम परिस्तिथियों में भी जब उसका सब कुछ ख़त्म हो जाता है उम्मीद नहीं छोड़ता एक योद्धा होता है.
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